वफा जमाना सीखे तो बताऊँ कि मैंने सम्हाला, सौंप कर आगोश, जिसकी भी अकेली रात आ गई। वफा जमाना सीखे तो बताऊँ कि मैंने सम्हाला, सौंप कर आगोश, जिसकी भी अकेली ...
दिल ने सुनी वो दिल की बातें जो मेरा दिल समझता है दिल ने सुनी वो दिल की बातें जो मेरा दिल समझता है
फ़ुरकत ए गम की वो दास्तान क्या कहें बंज़र हुआ दिल ए गुलिस्तान क्या कहें फ़ुरकत ए गम की वो दास्तान क्या कहें बंज़र हुआ दिल ए गुलिस्तान क्या कहें
तुम्हारी हंसी की बातें तुम्हारी हंसी की बातें
आँखों की सुराही तेरी करती हैं क्या बातें साहेबान। आँखों की सुराही तेरी करती हैं क्या बातें साहेबान।
दोनो की है सारी बातें किस्से कितने बातें कितनी दोनो की है सारी बातें किस्से कितने बातें कितनी